वृद्धि और विकास में अंतर
मानव वृद्धि और विकास (human growth and Development) : परिवर्तन ही संसार का नियम है , चाहें वस्तु सजीव हो या निर्जीव हो उनमे हमेशा कोई ना कोई परिवर्तन होता रहता है |मानव में परिवर्तनों की श्रृंखला ही मानव का वृद्धि और विकास (Growth and Development ) है | विकास प्राणी की वह विशेषता है , जिसका प्रारंभ गर्भधारण से होता है और जीवन पर्यंत चलता है |तो चलिए जानते है की वृद्धि और विकास में क्या अंतर है |
वृद्धि और विकास में अंतर
Differences between growth and Development in hindi
Sr. | वृद्धि | विकास |
---|---|---|
1. | वृद्धि में केवल शारीरिक परिवर्तन होते है | विकास में शारीरिक , मानसिक और व्यवहारिक परिवर्तन होते है | |
2. | वृद्धि मात्रात्मक होती है | | विकास गुणात्मक होता है | |
3. | वृद्धि एक निश्चित समय तक ही होती है | | विकास जीवन पर्यंत तक चलता है |
4. | मानव में वृद्धि कोशिका विभाजन से होती है | | विकास वातावरण के साथ परिपक्वता व अंतक्रिया से होता है |
5. | वृद्धि विकास का एक भाग है | | विकास एक व्यापक क्षेत्र है | |
6. | वृद्धि केवल एक निश्चित भाग या अंग की दर्शाती है | | विकास के अंतर्गत सम्पूर्ण भागों में परिवर्तन होता है | |
7. | वृद्धि का आकलन मात्रात्मक होता है | | विकास का आकलन गुणात्मक होता है, जो विभिन्न परिस्थतियो के द्वारा होता है | |
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